यह गँवारों की दिलजोई है, पियक्कड़ों का स्वैराचार है;
5.
फिर क्या था, तीन-चार घण्टों तक पियक्कड़ों का ताँता लगा रहा।
6.
फिर क्या था, तीन-चार घण्टों तक पियक्कड़ों का ताँता लगा रहा।
7.
साथ ही मैं समाज और देश के सभी जिम्मेदार नागरिकों से यह अपील भी करता हूँ कि वे होली को केवल उल्लास और सद्भाव का त्योहार रहने दें पियक्कड़ों का त्योहार नहीं बनाएँ.
8.
पियक्कड़ों का गाँव पूरी तरह शराब और तंबाकू से मुक्त, राष्ट्रपति प्रतिभा पाटिल ने सम्मानित किया, केंद्र सरकार ने ५० हजार रुपए दिए, अब हर घर में है शौचालय, महाराष्ट्र सरकार ने भी सम्मानित किया।
9.
चषक ही चमस है, शूल्यमांस चिखना ही हविष्य है, पियक्कड़ों का प्रलाप ही यजुर्वेद है और उनके गान समवेद, पीने की इच्छा ही अग्नि है, मद्यशाला का मालिक ही यजमान है।
10.
पियक्कड़ों का गाँव पूरी तरह शराब और तंबाकू से मुक्त, राष्ट्रपति प्रतिभा पाटिल ने सम्मानित किया, केंद्र सरकार ने ५ ० हजार रुपए दिए, अब हर घर में है शौचालय, महाराष्ट्र सरकार ने भी सम्मानित किया।